अलर्ट: H3-N2 इनफ्लुएंजा वायरस अटैक, संदिग्धों की नहीं हो रही जांच
ग्वालियर। कोरोना महामारी से राहत है, लेकिन वायरल के इस सीजन में इन्फ्लुएंज़ा वायरस एच 3 एन 2 ने देश के अन्य शहरों की तरह जिले में अटैक करना प्रारंभ कर दिया है। देशभर में यह वायरस इन दिनों काफी चर्चाओं में बना हुआ है, यह वायरस काफी तेज गति से लोगों को चपेट में ले रहा है और शहर के डॉक्टर्स के पास इस वायरस के संदिग्ध मरीज पहुंच भी रहे है, लेकिन इसके संदिग्धों की जांच शहर में नहीं हो पा रही है।
अंचल के सबसे पुराने मेडिकल कॉलेज जीआरएमसी के साथ ही स्वास्थ्य विभाग में इस वायरस की जांच तक नहीं हो पा रही है। जीआरएमसी के वायरोलॉजी लैब के प्रभारी डॉक्टर वैभव मिश्रा ने बताया कि हमारे पास किट नहीं है जिसकी वजह से जांच नहीं हो पा रही है हमने डीन को जांच किट की डिमांड भेज दी है किट आते ही जांच हो जाएगी। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के मुखिया का कहना है कि शासन की निर्देश का इंतजार है। दूसरी ओर प्राइवेट सेक्टर इस मामले में लूट की तैयारी कर चुका है एक निजी लैब में इसकी जांच हो रही है।
तैयारी शुरू, पड़ सकती है ऑक्सीजन की जरूरत
इस नए वायरस को अलर्ट जारी कर दिया गया है इसके साथ ही आईसीएमआर ने भी इसको लेकर गाइडलाइन जारी की है। अन्य जगहों की तरह शहर में अलर्ट कर दिया गया है, लेकिन इस बीमारी का केवल एक ही उपाय है बचाव के साधन अपनाना। डॉक्टर्स की माने तो गंभीर बीमारी व वायरस के अधिक प्रभाव से मरीजों को ऑक्सीजन की भी आवश्यकता पड़ सकती है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इसमें डॉक्टर्स की सलाह पर ही एंटीबायोटिक दवा का सेवन करें।
खांसी कर रही परेशान
इस नए वायरस में मरीजों को सबसे अधिक खांसी परेशान कर रही है। कई मरीजों को तो 15 दिनों तक का समय लग रहा है। दूसरी ओर मेडिकलों पर भी खासी भीड उमड़ रही है।
कोविड से तेज गति से फैलता है वायरस
कोरोना महामारी को लेकर राहत चल रही है, लेकिन यह नया वायरस काफी तेज गति फैल रहा है। डॉक्टर्स के मुताबिक यह कोविड से भी काफी तेज गति से फैल रहा है। ऐसे में जो सावधानी कोरोना के दौरान अपनाई थी वहीं इस दौरान अपनाए साथ ही कैमिस्ट या फिर अपने मन से दवा लेने की गलती न करें।
यह हैं नए वायरस के लक्षण
- पांच दिनों तक तेज बुखार आना।
- आंख व नाक से पानी आना।
- गले में दर्द के साथ ही खासी बने रहना।
- शरीर में कमजोरी महसूस होना यह बरतें सावधानी।
- मास्क का करे प्रयोग।
- भीड़भाड़ वाले इलाकों से जाने से बचे।
- कैमिस्ट या फिर अपने मन उपचार न करें।
- डॉक्टर की सलाह पर ही एंटीबायोटिक का करे प्रयोग।
- समस्या शुरू होते ही लें उपचार।
- मौसम के हिसाब से खान-पान का रखें ध्यान।
- 6 माह से अधिक उम्र के बच्चों को इनफ्लुएंजा वैक्सीन लगवाएं।
- दो साल साल से अधिक उम्र के बच्चे लगाए मास्क।
नया वायरस कोविड से भी काफी तेज गति से फैल रहा है, अलर्ट जारी कर दिया है। जैसे शासन से निर्देश मिल रहे हैं हम वह कर रहे हैं। अगर वायरस के जांच के निर्देश हमें मिलते हैं तो जीआरएमसी व डीआरडीओ में बात की जाएगी। राहत की बात यह है कि इसमें कैज्युअल्टी काफी कम है। डॉ. मनीष शर्मा, सीएमएचओ ग्वालियर
एच थ्री-एन टू इनफ्लुएंजा वायरस μलू का ही रूप है, लेकिन आईसीएमआर के मुताबिक यह काफी तेज गति से फैल रहा है। मरीजों को चाहिए कि समस्या बढ़ने से पहले ही विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लें। सर्दी- खांसी, जुकाम से परेशानी शुरू होती है यह सामान्य वायरस से अलग है। डॉ. उज्ज्वल शर्मा, टीवी एवं चेस्ट रोग विशेषज्ञ
नए वायरस का प्रभाव मरीजों पर नजर आ रहा है, सीपीआर टेस्ट से इसको कंफर्म किया जा सकता है। इसमें पांच दिनों तक बुखार रहता है इसके बाद बुखार चला जाता है, लेकिन मरीजों को खांसी परेशान कर रही है। कुछ केस में उन्हें निमोनिया भी हो रहा है 30 फीसदी मरीजों को चेस्ट इंफेक्शन भी हो रहा है। डॉ. अजय पाल, मेडिसिन रोग विशेषज्ञ जेएएच
इस समय बच्चों को बहुत तेज बुखार के साथ ही खांसी, लूज मोशन की समस्या आ रही है। कुछ केस में तो सीपीआर भी बढ़ा आ रहा है। बुखार आने के कारण वैक्सीन नहीं लगा सकते हैं। इस दौरान बच्चों की अधिक देखभाल करने की जरूरत है और कोविड के प्रोटोकाल का पालन करना जरूरी है। डॉ. विनीत चतुर्वेदी,, बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ