एअर इंडिया-इंडिगो की 970 विमान डील को डीजीसीए से मिली मंजूरी
नई दिल्ली। एअर इंडिया और इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो) को विमान इंपोर्ट करने के लिए डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन यानी डीजीसीए से मंजूरी मिल गई है। दोनों एयरलाइन 970 विमान इम्पोर्ट करेंगी। इसमें एअर इंडिया के 470 और इंडिगो को 500 विमान शामिल हैं। केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह (रिटायर्ड) ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में ये जानकारी दी। इसका फायदा हवाई यात्रा करने वाले लोगों को मिलेगा, क्योंकि देश के कई रूटों पर हवाई सेवा शुरू होगी। इसके अलावा बिजी रूट पर फ्लाइट्स की संख्या बढ़ेगी और टिकट की वैटिंग भी कम होगी।
पार्किंग स्लॉट भी अवेलेबल कराया जाएगा
सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के मुताबिक, दोनों एयरलाइंस को नए विमानों के इंपोर्ट के लिए एनओसी देने के साथ ही पार्किंग स्लॉट भी अवेलेबल कराया जाएगा। पार्किंग स्लॉट के लिए डीजीसीए ने दोनों एयरलाइंस को एयरपोर्ट आपॅरेटर्स के साथ अपना इंडक्शन प्लान शेयर करने के लिए कहा है। एयरलाइंस की इंडक्शन प्लान के अनुसार, विमानों को 2023-2035 के बीच इम्पोर्ट किया जाएगा। एअर इंडिया फिलहाल 220 विमानों का ऑपरेट करती है, जबकि इंडिगो के पास 315 विमान हैं। मार्केट शेयर और बेड़े के लिहाज से इंडिगो देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है।
पार्किंग की समस्या
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों कंपनियों को डीजीसीए की मंजूरी ऐसे वक्त मिली है, जब भारत की एयरलाइंस को पार्किंग की समस्या का सामना कर पड़ रहा है। भारत में फिलहाल 700 विमान के आसपास ऑपरेट हो रहे हैं।
इंडिगो 4.09 लाख करोड़ खर्च करेगी
इंडिगो फ्रांस की कंपनी एयरबस के साथ 500 ए-320 फैमिली एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए 4.09 लाख करोड़ रुपए खर्च करेगी। इंडिगो एक बार में इतना बड़ा ऑर्डर देने वाली पहली भारतीय एयरलाइन है। इंडिगो के इस ऑर्डर में ए-320 नियो, ए-321 नियो और ए321 एक्सएलआर एयरक्राफ्ट शामिल हैं।
एअर इंडिया: 470 विमानों का ऑर्डर
फरवरी में टाटा ग्रुप की एयरलाइन एअर इंडिया ने 470 एयरक्राफ्ट की डील साइन की थी। एअर इंडिया को डील में एयरबस से 250 एयरक्राफ्ट और अमेरिकी कंपनी बोइंग से 220 एयरक्राफ्ट मिलेंगे। साल 2022 में टाटा ग्रुप के एअर इंडिया को खरीदने के बाद यह उसका पहला एयरक्राफ्ट ऑर्डर था।
अकासा एयर के बेड़े में शामिल हुआ 20वां विमान
अकासा एयर के बेड़े में 20वां विमान शामिल हो गया है और इसके साथ ही एयरलाइन अंतरराष्ट्रीय परिचालन शुरू करने के योग्य हो गई है। कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। विमानन कंपनी सात अगस्त को अपने परिचालन का एक साल पूरा करेगी। अकासा अपने बेड़े में बोइंग 737-8-200 संस्करण शामिल करने वाली एशिया की पहली एयरलाइन कंपनी हो गई है। भारतीय नियमों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय परिचालन के लिए एयरलाइन कंपनी के बेड़े में कम से कम 20 विमान होने चाहिए। कंपनी ने चार महीने बाद अपने बेड़े में एक विमान जोड़ा है। अकासा एयर के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी विनय दुबे ने कहा कि सिर्फ 12 महीनों में शून्य से 20 विमान सिर्फ कंपनी का रिकॉर्ड नहीं, बल्कि वह है, जो देश की क्षमता बताता है। कंपनी ने बयान में कहा कि बोइंग 737-8-200 विमान को निर्माण कंपनी की सिएटल स्थिति इकाई पर 28 जुलाई को हस्तांतरित किया गया।