आगरा के सेल्समैन ने होटल के रूम में लगाई फांसी
ग्वालियर। मैस्कॉट होटल में एक युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उसका शव रूम नंबर 104 में फांसी पर लटका मिला। मृतक आगरा का रहने वाला है। उसके पास मिले आधारकार्ड से उसकी पहचान हुई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के ग्वालियर में रहने वाले रिश्तेदारों को बुलवाकर शव को फांसी के फंदे से नीचे उतरा। सुसाइड नोट में मृतक ने दो नामों का खुलासा किया है, जिनसे उसे पैसे लेने थे। लेकिन वह पैसे नहीं दे रहे थे। इसी कारण उसने मौत को गले लगा लिया। फिलहाल पुलिस ने सुसाइड नोट को अपने कब्जे में कर मर्ग कायम कर लिया है। पुलिस के अनुसार पीपल मंडी आगरा निवासी 23 वर्षीय अमर अग्रवाल पुत्र लक्ष्मण ने सुसाइड किया है।
अमर विगत 25 मई की रात करीब 8 बजे मैस्कॉट होटल पहुंचा। उसने ठहरने के लिए कमरा मांगा। होटल प्रबंधन ने उसकी आईडी और 1200 रुपए लेने के बाद होटल के रूम नंबर 104 में ठहरा दिया। सोमवार सुबह होटल के कर्मचारी उसके रूम में पहुंचे। दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। शंका होने पर किसी तरह कमरे में झांका तो युवक पंखे पर बेडशीट का फंदा बनाकर फांसी पर लटका हुआ था। कर्मचारी ने मैनेजर को बताया। मैनेजर ने पुलिस को सूचना दी। कुछ देर बाद विवि थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
सुसाइड नोट में दो व्यापारियों का नाम
रूम से मिले सुसाइड नोट में मृतक ने मौत से पहले आत्महत्या करने का कारण दीपो भाई नमक मंडी और सोनो भाई एसजी ट्रेडर्स को बताया है। नोट में लिखा कि मैंने इन दोनों से समय मांगा था पेमेंट के लिए, पर इन दोनों ने मना कर दिया। दीपो भाई ने 43 का बोलकर 35 का माल दिया, इसलिए मेरा पेमेंट फंस गया, इसलिए मुझे आत्महत्या करनी पड़ रही है। पापा मैं मरना नहीं चाहता था, पर मेरे पास प्रॉब्लम है। पुलिस से विनती है, मेरे परिवार को परेशान मत करना और दीपो भाई और सोनो भाई को छोड़ना मत। मेरी आत्महत्या का कारण यही हैं। यह मेरे आखिरी शब्द हैं आपका बेटा अमर।
आगरा के युवक ने होटल के रूम में सुसाइड किया है, फिलहाल मर्ग कायम कर शव का पीएम कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। उपेन्द्र छारी,टीआई यूनिवर्सिटी