खुन्नस इतनी की हत्या के बाद दोबारा कार से कुचला, गाली व जमीन बनी वजह
ग्वालियर। जीजा ने ही अपने दो साथियों के साथ गला घोटकर साले की हत्या की थी। इतना ही नहीं जहां लाश को ठिकाने लगाया था वहां कातिलों ने मृतक के शव को कार से कुचलने का प्रयास भी किया था। इस हत्याकांड के पीछे आरोपी जीजा ने साले द्वारा गाली गलौज करना और उसकी जमीन हथियाना बताया है। बदला लेने के लिए कातिलों ने मृतक को प्लॉट दिखाने के इरादे से बुलाया और फिर रस्सी से गला घोटकर हत्या कर दी।
एसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया 5 जनवरी को महाराजपुरा क्षेत्रान्तर्गत बेहटा चौकी क्षेत्र में आगरा-झांसी बाइपास रोड के पास मुन्नालाल शर्मा की प्लॉटिंग की रोड पर 23 साल के उपेन्द्र सिंह पुत्र स्व. जनक सिंह यादव निवासी ग्राम लिलवारी थाना असवार जिला भिंड का शव मिला था। शव को देखकर पता चला कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई है। इस पर एएसपी अमृत मीना को थाना महाराजपुरा पुलिस की टीम बनाकर हत्यारों का पता लगाने की जिम्मेदारी सौंपी। सीएसपी महाराजपुरा नागेन्द्र सिंह सिकरवार के मार्गदर्शन में तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पुलिस को एक संदेही भूरे उर्फ संजय यादव निवासी बरेछा थाना सेंवढ़ा जिला दतिया का नाम पता चला, जो कि मृतक का बहनोई था।
उसे थाने लाकर पूछताछ की तो पहले वह पुलिस को गुमराह करता रहा। जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने दो अन्य दोस्त चालीराजा उर्फ मामा पुत्र बहादुर बुंदेला निवासी ग्राम देवरदा थाना बलदेवगढ़ जिला टीकमगढ़ और उमर मोहम्मद पुत्र खालिद मोहम्मद निवासी ग्राम बरेछा थाना सेंवढ़ा जिला दतिया के साथ हत्या करना कबूल किया। भूरे उर्फ संजय यादव ने बताया कि दोनों मिलकर टेंट का व्यवसाय करते थे। लेकिन टेंट के व्यवसाय में आपसी विवाद होने से उपेन्द्र उसे गालियां देता था, इस बात से खिन्न होकर उपेन्द्र सिंह को मारने की योजना बनाई।
गला घोटने के बाद कार से कुचलने का प्रयास
भूरे उर्फ संजय यादव ने बताया कि उपेन्द्र को बड़ागांव के पास बुलाया और अपनी कार में बैठाकर प्लॉट दिखाने के बहाने से बेहटा हाइवे के पास ले गया। फिर तीनों ने मिलकर रस्सी से गला घोटकर उपेन्द्र की हत्या की, उसकी मौत को हादसा दिखाने के लिए कार से कुचलने का प्रयास किया। पुलिस अब आरोपियों को रिमांड पर लेकर हत्या में प्रयुक्त कार, रस्सी तथा आरोपियों के मोबाइल बरामद करेगी।
कातिल का निकला रिकॉर्ड
भूरे उर्फ संजय यादव के विरूद्ध मारपीट के प्रकरण तथा चालीराजा उर्फ मामा के खिलाफ धारा 354 आईपीसी व आर्म्स एक्ट के प्रकरण दर्ज हैं। वह भिण्ड जिले में गोली चलाने की घटना करना भी बता रहा है एवं उमर मोहम्मद पूर्व में हत्या के अपराध में वांछित रहा है। आरोपियों के अन्य आपराधिक रिकॉर्ड के संबंध में जानकारी ली जा रही है।
जमीन हथियाने उतारा मौत के घाट
कातिल जीजा ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उपेन्द्र के नाम 30-40 बीघा जमीन भिंड में है, उसका वह अकेला वारिस था। इसके साथ ही उसने सेंवढ़ा में टेंट व्यवसाय पार्टनरी कर रखी थी, इसी दौरान अकसर हिसाब-किताब को लेकर वह गाली गलौज करता था। ऐसे में बदला लेने और जमीन हथियाने के इरादे से उसे मौत के घाट उतार दिया।
हत्याकांड के खुलासे में यह रहे शामिल
थाना प्रभारी महाराजपुरा निरीक्षक हितेन्द्र सिंह राठौर, उप निरीक्षक रामचन्द्र शर्मा प्रभारी बेहटा चौकी, प्रधान आरक्षक उमेश शर्मा, ओमकार शर्मा, दामोदर शर्मा (बेहटा चौकी), आरक्षक गोविन्द राजावत, भीकम सिकरवार, गिर्राज शर्मा, ध्रुव गुर्जर, कुंजबिहारी शर्मा, नितिन गुर्जर, शैलेन्द्र शर्मा, अनिल गुर्जर (थाना महाराजपुरा) एवं साइबर सेल से आरक्षक आकाश पाण्डेय, अजय राठौर, मनोज भारद्वाज, जयंत गुर्जर, सोनू प्रजापति की सराहनीय भूमिका रही।