शाह की समझाइश के बाद बदले असंतुष्टों के सुर, बोले- पार्टी लाइन पर करेंगे काम
जबलपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तीखे तेवरों से जबलपुर की इकलौती सीट पर होने वाले बवाल का अंत नजर आ रहा है। उन्होंने असंतुष्टों से वन-टू-वन चर्चा कर उन्हें समझाइश दी। इस पर असंतुष्टों ने कहा कि वे पार्टी लाइन पर काम करेंगे। इससे पहले शाह ने मालगोदाम चौक स्थित अमर शहीद राजा शंकर शाह कुंवर रघुनाथ शाह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। टिकट वितरण में जबलपुर की उत्तर-मध्य विस सीट में सबसे ज्यादा असंतोष नजर आ रहा था। यहां पर अभिलाष पांडे की टिकट घोषित होते ही संभागीय कार्यालय में जो हंगामा हुआ था, उसकी गूंज भोपाल तक गई थी। इसके बाद गत दिवस नगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने एक पार्टी मीटिंग में चुनाव के बाद इस्तीफे की बात भी कही थी। इधर, शाह ने संभागीय बैठक को संबोधित करते हुए महाकौशल की 38 सीटों के लिए सभी पार्टी पदाधिकारियों को अपना मार्गदर्शन दिया। सभी कार्यकर्ताओं को विधानसभा व लोकसभा चुनाव में पार्टी को प्रचंड विजय दिलाने का संकल्प भी दिलाया।
पटेरिया बोले- शाह ने मेरे भविष्य को लेकर चिंता जताई: वहीं, सबसे ज्यादा उग्र तेवर दिखाने वाले धीरज पटेरिया (जो पिछली बार यहां से भाजपा की हार की वजह बने थे और हाल ही में पुन: भाजपा में शामिल हुए हैं) ने तो शनिवार शाम 4:00 बजे अपने कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर अपना स्टैंड लेने की बात कही थी। उनसे शाह ने बातचीत की, जिसके बाद उनके तेवर बदल गए। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि शाह ने मेरे भविष्य को लेकर चिंता जताई है। उनकी बात मेरी समझ में आ गई है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि मैं अपने कार्यकर्ताओं से बातचीत करूंगा। उनके अलावा शरद जैन और कमलेश अग्रवाल को भी समझाइश मिल चुकी है।
वापस लौट कर चौंकाया: शाह जुन्नारदेव रवाना हो गए थे। लेकिन, शाम को जबलपुर लौट आए। यहां एक जरूरी बैठक को संबोधित किया।
दमोह में प्रियंका बोलीं- महंगाई और बेरोजगारी से ध्यान भटका रही भाजपा
दमोह। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने दमोह में शनिवार को जनसभा को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी संविधान बचाने और भ्रष्टाचार मिटाने के मुद्दे की लड़ाई लड़ रही है। लेकिन, जब तक जनता स्वयं जागरूक होकर सही दल को वोट नहीं देगी, तब तक कुछ नहीं होगा। मध्य प्रदेश में किसानों को कोई राहत नहीं मिली। मनरेगा को कमजोर बना दिया गया। महंगाई और बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों से भाजपा लोगों का ध्यान भटका रही है। जनता सब जानती है और चुनाव में वोट करके इसका जवाब भी देगी। इससे पहले प्रियंका ने भगवान वाल्मीकि जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए। उनके साथ प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी मौजूद रहे।
जातिगत जनगणना कराने पर जोर: प्रियंका ने कहा कि कह रहे हैं कि देश में ओबीसी की सही संख्या जानने के लिए जाति जनगणना जरूरी है। बिहार में जातिगत जनगणना कि गई है, जिसके अनुसार वहां 84 प्रतिशत जनता एससी, एसटी और ओबीसी है। लेकिन, अगर आप नौकरियों में बड़े-बड़े पदों को देखेंगे कि इन समुदायों का प्रतिनिधित्व नहीं है