GRMC की डिग्री के नाम पर फर्जी क्लीनिक चलाने का आरोप
ग्वालियर। अपने आप को डॉक्टर बताने वाले एक युवक पर सोमवार को जीआरएमसी के जूनियर डॉक्टरों ने कॉलेज की फर्जी एमडी की डिग्री के नाम पर क्लीनिक चलाने एवं प्राइवेट अस्पताल में सेवा देने का आरोप लगाते हुए कॉलेज प्रबंधन से जांच कर कार्रवाई की मांग की है। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के पूर्व सचिव डॉ. भरत यादव के मुताबिक विक्की फैक्ट्री तिराहे पर शिवपुरी की ओर जाने वाली साइड में बनी दुकानों में मेडिकल स्टोर के अंदर एक युवक क्लीनिक संचालित कर रहा था। उसने बाहर जो बोर्ड लगाया हुआ था, उसमें उसने अपने आप को डॉ.एसएन सिंह, एमबीबीएस, एमडी, मेडिसिन जीआर मेडिकल कॉलेज ग्वालियर, जेएच ग्रुप हॉस्पिटल, ग्वालियर, माधव डिस्पेंसरी लिख रखा था।
जबकि वह जीआर मेडिकल कॉलेज का छात्र नहीं रहा और वह वहां पदस्थ भी नहीं है। इसका खुलासा होते ही डॉ. सिंह अपनी क्लीनिक को छोड़कर भाग गया। क्लीनिक के पास ही मेडिकल स्टोर संचालित करने वाले घनश्याम सिंह ने बताया कि वह अपने आप को जीआरएमसी का डॉक्टर बताता था और जेएएच में ड्यूटी करने की बात बोलता था। लेकिन, जैसे ही उसे मालूम चला कि उसका खुलासा हो गया है, वह यहां से भाग गया। घनश्याम ने बताया कि वैसे उसका सही नाम संजीव सिंह है।
जूडा आज सौंपेगा ज्ञापन
इस डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर जीआरएमसी की जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्य मंगलवार को डीन डॉ. अक्षय निगम को ज्ञापन देकर कॉलेज को बदनाम करने वाले इस डॉक्टर पर कानूनी कार्रवाई की मांग करेगा। यह जानकारी जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सचिव डॉ. नारायण हरि शर्मा ने दी।
आदेश में की छेड़छाड़, ऑडियो वायरल
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के आदेश में भी संजीव ने छेड़छाड़ की है। उसने अपने नाम को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी सूची में शामिल कर लिया। जबकि हकीकत में उसका नाम उस सूची में है ही नहीं। डॉक्टर ने ऑरिजनल आदेश भी सोशल मीडिया पर वायरल किया। इसके साथ ही अपने आप को जीआरएमसी का डॉक्टर बताने वाले इस युवक की बातचीत का एक ऑडियो भी वायरल हुआ, जिसमें वह अपने आपको जीआरएमसी का डॉक्टर बताता हुआ नजर आया।
यह मामला सामने आया है, इसमें अगर कोई लिखित शिकायत आती है तो जांच कराई जाएगी और उस युवक पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। -डॉ. केपी रंजन, पीआरओ जीआरएमसी