बन्हेरी सरपंच हत्याकांड का मास्टर माइंड एपीएफओ कमिश्नर मुंबई एयरपोर्ट से दबोचा
ग्वालियर। बन्हेरी सरपंच की हत्या के बाद से फरार चल रहे मास्टर माइंड एपीएफओ कमिश्नर को क्राइम ब्रांच और पड़ाव थाना पुलिस ने मुंबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी के ऊपर दस हजार रुपए का इनाम घोषित था, जिसकी तलाश में पड़ाव पुलिस लगातार पीछे लगी हुई थी। इसी बीच पुलिस को इनपुट मिला कि मास्टर माइंड हवाई मार्ग से मुंबई एयरपोर्ट पहुंचा है। ऐसे में पुलिस ने फौरन सीआईएसएफ डीआईजी से संपर्क कर आरोपी को एयरपोर्ट से कस्टडी में ले लिया। ज्ञात हो कि पड़ाव थाना क्षेत्र के कांति नगर में बीती 9 अक्टूबर को बन्हेरी सरपंच विक्रम रावत की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने हमलावरों सहित अन्य आरोपियों को पहले ही अरेस्ट कर जेल भेज दिया था।
इसके बाद पुलिस हत्याकांड के मास्टर माइंड ईपीएफओ कमिश्नर मुकेश रावत की सरगर्मी से तलाश कर रही थी, तभी बीते सात रोज पहले पुलिस को फरार आरोपी के मोहना निवासी बुआ के बेटे मलखान से संपर्क होने की बात पता चली। इस सूचना पर क्राइम ब्रांच और पड़ाव थाना पुलिस एक्टिव हो गई। लेकिन पुलिस को आरोपी के सभी नंबर बंद मिले। ऐसे में एक इनपुट पर पुलिस टीम इंदौर पहुंची और आरोपी के मददगार राहुल महोदिया को आड़े हाथ ले लिया। जिसके बाद पुलिस को पता चला कि आरोपी हत्या के बाद से लगातार जगह बदल-बदल कर फरारी काट रहा है। यहीं से पुलिस को आरोपी के जोधपुर में होना पता चला, ऐसे में पुलिस जोधपुर की तैयारी कर ही रही थी कि तभी आरोपी एपीएफओ कमिश्नर की लोकेशन मूव होती दिखी जिस पर पुलिस ने मुरैना निवासी और वर्तमान में डीआईजी सीआईएसएफ के पद पर पदस्थ मनोज शर्मा से संपर्क कर आरोपी को मुंबई एयरपोर्ट पर ही धर दबोचा।
शॉर्ट एनकाउंटर और सुसाइड
इस हत्याकांड के बाद पुलिस ने एक आरोपी को शॉर्ट एनकाउंटर में गोली मारकर पकड़ा था। वहीं मृतक विक्रम रावत की साली ने सल्फास खाकर सुसाइड कर लिया था, जिसने अस्पताल में मरने से पकड़े गए आरोपी मुकेश रावत और उसके साथियों द्वारा प्रताड़ित करना बताया था।
कॉलिंग एप से करता था बातचीत
फरारी के दौरान आरोपी विभिन्न एप के जरिए इंदौर के दो लोगों से संपर्क करता था। इस दौरान आरोपी ईपीएफओ कमिश्नर ने स्नैप चैट सहित अन्य कई जरियों से कॉल किया। फरारी में मास्टर माइंड ने मुंबई और जोधपुर की दो सिम यूज की। जिनकी करते हुए पुलिस ने उसे एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया।
ऑपरेशन में यह रहे शामिल
सरपंच हत्याकांड का खाका बुनने वाले सरगना की गिरफ्तारी में क्राइम ब्रांच टीआई अमर सिंह सिकरवार, टीआई पड़ाव इला टंडन, एसआई सुरजीत सिंह परमार, सउनि दिनेश सिंह तोमर, मनोज एस., आरक्षक देवव्रत तोमर, श्याम शर्मा सहित पड़ाव से एसआई संतोष भदौरिया, जयकिशन रायकवार, उप निरीक्षक संजीता, आरक्षक कोमल की खास भूमिका रही।
जोधपुर से उड़ा, मुंबई में धरा
बता दें कि दस हजार रुपए का इनामी आरोपी मुकेश रावत हत्या के बाद से अलग-अलग ठिकानों पर रहकर फरारी काट रहा था। हालांकि पुलिस भी इसके पीछे साये की तरह लगी रही और जैसे ही आरोपी के जोधपुर से उड़ने की भनक लगी तो पुलिस ने उसके मुंबई पहुंचने से पहले ही जाल बिछाकर आरोपी को कस्टडी में ले लिया।
छह दिन इंदौर में रही टीम
बन्हेरी सरपंच की हत्या के मास्टर माइंड को पकड़ने के लिए पुलिस ने छह दिन इंदौर में डेरा डाला। जहां पुलिस को पता चला कि उसके ही दफ्तर में काम करने वाला राहुल लगातार आरोपी के संपर्क में है। जो कि उसकी छुट्टी मंजूर कराने से लेकर वकील और अन्य अधिकारियों से अंजान नंबर से फोन पर बातचीत कराता था। इसके हत्थे चढ़ने के बाद मुकेश रावत ने उससे संपर्क करने का खूब प्रयास किया लेकिन पुलिस कस्टडी में होने के कारण बात नहीं हुई और इसी भड़भड़ाहट में आरोपी जोधपुर से मुंबई जा पहुंचा।