दो जज भाइयों की जोड़ी ने 30 साल में एकत्र की गणेशजी की 2 हजार मूर्तियां
जीपी बिड़ला संग्रहालय में 28 सितंबर तक देख सकते हैं गणेशजी की मूर्तियां और छायाचित्र
सेवानिवृत्त प्रमुख जिला न्यायाधीश योगेश कुमार गुप्ता और उनके भाई उमेश कुमार गुप्ता का घर भगवान श्रीगणेश जी मूर्ति और छायाचित्रों का एक म्यूजियम बना हुआ है। दरअसल यह दोनों भाई पिछले 30 साल से गणेश जी की मूर्तियां और छायाचित्रों का एकत्रित कर रहे हैं। योगेश गुप्ता के पास 10 हजार गणेशजी के फोटो हैं, इसके अलावा 500 मूर्तियों का कलेक्शन हैं, वहीं उमेश गुप्ता के पास गणेशजी की 1500 विभिन्न शैलियों में मूर्तियों का अनोखा कलेक्शन हैं। मंगलवार को इन दोनों भाइयों की जोड़ी के कलेक्शन की प्रदर्शनी जीपी बिड़ला संग्रहालय में लगाई गई, जिसे दर्शक 28 सितंबर तक देख सकते हैं। इस एग्जीबिशन में देश-विदेश के संग्रहालयों में रखे भगवान श्रीगणेश की कई शताब्दी पुरानी मूर्तियों के छायाचित्र भी लगे हुए हैं, वहीं अनुकृति में चीचली गणेश की मूर्ति आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसके अलावा इन मूर्तियों से जुड़ी विभिन्न रोचक जानकारियां भी हर प्रादर्श के साथ पढ़ी जा सकती हैं।
बांस की जड़ से बनी मूर्ति आकर्षण का केंद्र
प्रदर्शनी में बांस की जड़ से बनी गणेशजी की मूर्ति भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। उमेश ने बताया कि प्रदर्शनी में पीतल का रथ, वीर गणपति, कल्की गणेश, गणेश परिवार, चीचली गणेश जो वेस्ट मटेरियल से बने हुए हैं, इनको प्रदर्शित किया गया है। उमेश ने बताया कि इसके अलावा उनके पास गोंड आर्ट में 300 पेंटिंग हैं। इनका घर गणेश जी का म्यूजियम बना हुआ है।
गणेश के जन्म से लेकर विवाह तक की कथा
जीपी बिड़ला संग्रहालय में योगेश कुमार गुप्ता द्वारा एकत्रित किए गए छायाचित्रों में से कुछ चुनिंदा छायाचित्रों को प्रदर्शित किया गया है। योगेश बतातें हैं कि प्रदर्शनी में सबसे खास फोटो गणेश के जन्म से लेकर विवाह तक के सफर का है। इसके अलावा अमेरिका, यूरोप, यूके, जापान, चीन आदि देशों के संग्रहालय में रखी मूर्तियों के छायाचित्र प्रदर्शनी में लगाए गए हैं।