ग्वालियर किले पर 26 को सजेगी ताल दरबार की भव्य महफिल

ग्वालियर किले पर 26 को सजेगी ताल दरबार की भव्य महफिल

ग्वालियर। शताब्दी वर्ष की ओर अग्रसर गौरवमयी तानसेन समारोह को सभी मिल-जुलकर और भव्यता प्रदान करें। समारोह में अधिकाधिक संगीत रसिक पहुंचें, इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। यह बात कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने तानसेन समारोह की तैयारियों के सिलसिले में आयोजित हुई स्थानीय समिति की बैठक में कही। कलेक्टर ने भरोसा दिलाया कि बैठक में आए अच्छे सुझावों को शामिल कर तानसेन समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा।

भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश का सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव तानसेन समारोह संगीत की नगरी ग्वालियर में इस साल 22 से 28 दिसंबर तक आयोजित होगा। यह सालाना समारोह भारतीय संगीत की अनादि परंपरा के श्रेष्ठ कला मनीषी संगीत सम्राट तानसेन को श्रद्धांजलि व स्वरांजलि देने के लिए पिछले 98 साल से आयोजित हो रहा है। इस साल के तानसेन समारोह में देश के मूर्धन्य शास्त्रीय गायक पं. गणपति भट्ट हासणगि धारवाड़ को राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण से विभूषित किया जाएगा। तानसेन संगीत महफिल और ताल दरबार नए आयाम के रूप में जोड़े गए हैं। तानसेन समारोह में 22 दिसम्बर को संगीत की नगरी ग्वालियर में 15 स्थानों पर एक साथ तानसेन संगीत महफिल और 26 दिसंबर को ग्वालियर किले पर ताल दरबार की भव्य महफिल सजेगी।

साथ ही पूर्व की तरह गान मनीषी तानसेन की जन्मस्थली बेहट व मुरैना जिले के प्रसिद्ध बटेश्वर मंदिर परिसर में समारोह के तहत संगीत सभाएं सजेंगी। इसके अलावा पूर्व रंग गमक का आयोजन होगा। आयोजन में ध्वनि विस्तारक यंत्र के साथ-साथ अस्त्र-शस्त्र व पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा। कलेक्टर अक्षय कुमार ने इसके आदेश भी जारी कर दिए हैं। जिला पंचायत के सभागार में आयोजित हुई तानसेन समारोह की स्थानीय समिति की बैठक में राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विवि के कुलपति प्रो. साहित्य कुमार नाहर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, अपर कलेक्टर अंजू अरूण कुमार व स्मार्ट सिटी की सीईओ नीतू माथुर सहित समिति के अन्य सदस्यगण मौजूद थे।

500 तबला वादकों के वादन से गुंजायमान होगा ग्वालियर दुर्ग

ग्वालियर दुर्ग इस बार तानसेन समारोह के दौरान एक साथ 1500 तबला वादकों के वादन से गुंजायमान होगा। समारोह के तहत 26 दिसंबर को सायंकाल लगभग 4 बजे ग्वालियर दुर्ग पर स्थित कर्ण महल के समीप गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करने के लक्ष्य को लेकर यह सांगीतिक सभा सजेगी।

10 संगीत सभाएं होंगी

तानसेन समारोह में 10 संगीत सभाएं होंगी। पहली सभा 24 दिसंबर को सायंकाल आयोजित होगी। इसके बाद हर दिन प्रात: एवं सायंकालीन सभाएं होंगी। समारोह के तहत 27 दिसम्बर को तानसेन समाधि स्थल के साथ मुरैना जिले के बटेश्वर मंदिर परिसर में समानांतर रूप से संगीत सभा सजेगी। 28 दिसंबर को प्रात:कालीन सभा तानसेन की जन्मस्थली बेहट में और इस साल की अंतिम संगीत सभा सायंकाल गूजरी महल परिसर में सजेगी।