नवीन एयरपोर्ट टर्मिनल का 93 प्रतिशत काम पूरा,19 प्लेन खड़े हो सकेंगे एक साथ
ग्वालियर। आलू अनुसंधान से जमीन ट्रांसफर होने के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय नई दिल्ली ने 30 एकड़Þ जमीन पर नया टर्मिनल बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। 93 प्रतिशत काम कंपलीट होने के बाद 25 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच टर्मिनल का लोकार्पित किए जाने की बात सामने आ रही है। हालांकि उड्डयन मंत्रालय ने अनुमति नहीं दी है। टर्मिनल से सीधे प्लेन तक यात्री आ जा सकेंगे। इसके लिए आधुनिक किस्म का ब्रिज तैयार हो रहा है। डायरेक्टर संदीप अग्रवाल का कहना है कि यात्रियों को रन-वे पर चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। नवीन एयरपोर्ट टर्मिनल के निर्माण पर 500 करोड़ की लागत आएगी।
20 हजार वर्गमीटर में सेकंड फ्लोर का टर्मिनल बिल्डिंग बनाई जा रही है। सेकंड फ्लोर पर टर्मिनल सुरक्षा के लिए जवानों के रहने के लिए उपलब्ध रहेगी। इसका निर्माण कार्य 93 फीसदी पूरा हो चुका है। शेष काम भी 30 दिन के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। रन-वे, पार्किंग एरिया और हैंगर सहित पूरा क्षेत्रफल 20 हजार वर्गमीटर में तैयार हो रहा है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मंशा है कि इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कराया जाए।
ग्वालियर की विरासत का लुक रहेगा
नवीन टर्मिनल की बिल्डिंग के झरोखे मान मंदिर से मिलते- जुलते रहेंगे। जीरो मंदिर का लुक भी यहां आने वाले यात्री देख सकेंगे। इसके अलावा चंदेरी की साड़ियां, तानसेन, बैजू बाबरा का लुक भी म्यूजिक सिटी ग्वालियर में तैयार हो रहे टर्मिनल पर देखने को मिलेगा। वीरांगना लक्ष्मीबाई का इतिहास भी देखने को मिलेगा।
रात्रि में उतर सकेंगे प्लेन
नवीन एयरपोर्ट पर रात्रि में प्लेन उतारने की भी क्षमता रहेगी। टर्मिनल मैनेजमेंट को सूचना मिलने के बाद इसकी तैयारी कर ली जाएगी।
2.5 मेगावाट की सौर ऊर्जा पैदा होगी यहां
नवीन टर्मिनल पर 2.5 मेगावाट की सौर ऊर्जा बिजली की ऊष्मा से तैयार की जाएगी। इस ऊर्जा से टर्मिनल भवन प्रकाशित हो सकेगा। जरूरत के हिसाब से शेष बिजली राज्य सरकार से ली जाएगी।
सिंधिया की नजर है एयर टर्मिनल पर
नागरिक उड्डयन मंत्रालय बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की नवीन टर्मिनल पर पैनी नजर है। ग्वालियर प्रवास पर आने के बाद वे उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों से अपडेट लेते रहे हैं। उनका प्रयास जल्द से जल्द लोकार्पण कराना है। मालूम हो कि स्व.माधवराव सिंधिया के उड्डयन मंत्री रहने के बाद उन्होंने राजमाता सिंधिया विमानतल को विस्तार देने के लिए प्रयास किए थे।
1500 यात्रियों के हिसाब से बन रहा है टर्मिनल
एक समय में 1500 यात्रियों के हिसाब से टर्मिनल तैयार किया जा रहा है। एक घंटे में इन यात्रियों को हम लोग संभाल सकते हैं। जबकि पुराने टर्मिनल पर 150 लोगों की क्षमता थी। टर्मिनल ए-320, एटीआर-72 प्रकार के विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त है। टर्मिनल पर हैंगर में 14 एटीआर तथा 5 ए-320 प्रकार के विमान एक साथ खड़े किए जा सकेंगे। सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण यह नवीन टर्मिनल रहेगा।