जिंदा बम बने लकड़ी के डेढ़ सौ टालों की शिफ्टिंग पर 8 साल से जुबानी जमा-खर्च

जिंदा बम बने लकड़ी के डेढ़ सौ टालों की शिफ्टिंग पर 8 साल से जुबानी जमा-खर्च

जबलपुर। आबादी क्षेत्रों में संचालित लकड़ी के टालों ने यहां के स्थानीय रहवासियों की नींदे उड़ा रखी हैं। यहां अग्नि कांड होते आए हैं। जिस पर काबू पाने में फायर ब्रिगेड सहित शहर के अन्य संस्थानों तक को पसीना आ जाता है। टिंबर पार्क के लिए तिलवारा पार जगह भी सुरक्षित की गई मगर टाल संचालक वहां जाने तैयार नहीं हैं। ऐसे में अब शहर के जनप्रतिनिधियों को नागरिकों की सुरक्षा के लिए आगे आना होगा। टिंबर पार्क के लिए आरक्षित जगह पर इन टाल वालों को भेजने के लिए 8 साल से केवल जुबानी जमा खर्च चल रहा है।

शहर में 130 लकड़ी के टाल संचालित होते हैं जिनमें से ज्यादातर मदनमहल, गंगासागर, महानद्दा में संचालित हैं। इनके अलावा गुरंदी,गोहलपुर एरिया में भी ये चल रहे हैं। बरसों से ये रहवासी क्षेत्र के लिए समस्या बने हुए हैं। इनमें हरसाल कहीं न कहीं अग्निहादसे होते रहे हैं। लकड़ी के टाल की आग इतनी भयावह होती है कि फायर ब्रिगेड को अपने समस्त संसाधन लगाने पड़ते हैं साथ ही सुरक्षा संस्थान या आसपास की नगर पंचायतों के भी फायर वाहन बुलवाने पड़ते हैं।

नहीं दिखाई हटाने में रुचि

वर्ष 2016 में गंगासागर के पास स्थित टाल की भयावह आग और इसके पहले हुई अग्नि दुर्घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने तिलवारा पार टिंबर पार्क के लिए जगह आरक्षित की थी। जिसमें शहर के सभी टाल संचालकों को जाकर वहीं अपने टाल स्थापित करने थे। जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते यह प्रोजेक्ट कागजों पर ही रह गया और रहवासी इलाकों में टाल संचालित होते रहे।

सुरक्षा न संसाधन

कायदे से तो रहवासी इलाकों में लकड़ी के टाल संचालित ही नहीं होने चाहिए। इनकी अनुमति वन विभाग देता है। वहीं नगर निगम का फायर अधिकारी समय-समय पर यहां चैकिंग करते हैं जो ये देखते हैं कि अग्निकांड की स्थिति में टाल प्रबंधकों के पास आग बुझाने के संसाधन हैं या नहीं।

टिंबर पार्क योजना की वर्तमान स्थिति के संबंध में प्रशासन से जानकारी लेंगे। नियमों के खिलाफ काम नहीं होना चाहिए। राकेश सिंह, लोनिवि मंत्री एवं विधायक पश्चिम

टाल संचालकों के लिए आबादी इलाके से बाहर जगह देकर इन्हें शिफ्ट किया जाना चाहिए। नागरिकों की सुरक्षा सबसे जरूरी है। तरुण भनोट,पूर्व विधायक पश्चिम क्षेत्र।

जिला प्रशासन ने यदि टिंबर पार्क में जगह आरक्षित की है तो टाल संचालकों वहां भिजवाना भी चाहिए। बार-बार हो रहे अग्निकांड से ये चेत नहीं रहे हैं। लखन घनघोरिया, विधायक,पूर्व क्षेत्र