रेत चोरी, सिटी ट्रांसपोर्ट ट्रैकिंग सहित 7 सेवाएं नहीं हो पाईं शुरू
जबलपुर। 60 करोड़ रुपए की भारी भरकम लागत से बनकर तैयार हुए दमोहनाका स्थित कंट्रोल एंड कमांड सेंटर स्मार्ट सिटी ने तैयार किया था। इसमें दर्जन भर आवश्यक सेवाओं को जोड़ा गया था जिनमें इक्का-दुक्का ही शुरू हो पाईं शेष अब तक नहीं जुड़ पाई हैं। इनमें सिटी ट्रांसपोर्ट ट्रैकिंग,नगर निगम के वाहनों की लोकेशन जांच सहित 7 अन्य सेवाएं शामिल हैं।
यह जरूर है कि कोविड काल में इस सेंटर का उपयोग सहायता केन्द्र के रूप में किया गया मगर इसमें भी लोगों को एक काल पर दी जाने वाली जानकारियां पर्याप्त नहीं मिल पाईं। करीब 4 करोड़ रुपए की लागत से बने इसके भवन में 56 करोड़ रुपए के अत्याधुनिक संसाधन लगाए गए हैं। जिन्हें जनउपयोगी सेवाओं से कनेक्ट किया जाना था।
ये सेवाएं दी जानी थीं
- ग्रीन कॉरीडोर आसान बनाना था
- सभा,विरोध प्रदर्शन के दौरान या जाम लगाने पर रूट डायवर्ट किया जाना था
- महत्वपूर्ण विभागों की सेवाओं को अविलंब लाभ मिले इसके प्रयास होने थे
- किसी क्षेत्र में जुलूस निकालने,सड़क पर जाम लगने चौराहों पर ऑटोमेटिक साउंड सिस्टम के जरिए रूट डायवर्ट करना
- फायर वाहन,एंबूलेंस के लिए रास्ता क्लीयर करना।
- आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखना।
- खदानों की लोकेशन रखना और किन वाहनों से कितनी रॉयल्टी चोरी की जा रही है उसकी पूरी जानकारी रखना।
- सभी विभागों की बिजली ट्रिपिंग आदि समस्याओं का एक ही स्थान से नियंत्रण व निराकरण
- सीएम हैल्प लाइन लंबित मामलों की जानकारी ऑन लाइन लगाना
- पानी की पाइप लाइन के लीकेज होने पर तत्काल अधिकारियों तक जानकारी देने और कर्मचारी को वहां भेजना सुनिश्चित करना।
- दमकल विभाग को जोड़कर अग्नि दुर्घटनाओं पर काबू पाना
- मेट्रो बसों की पूरी प्रक्रिया को आसान बनाना।
ये सेवाएं नहीं हो सकीं ऑन लाइन
- सिटी ट्रांसपोर्ट रूट ट्रैकिंग
- नगर निगम के वाहनों की निगरानी करना
- डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का डाटा ऑन लाइन दिखना
- स्मार्ट स्कूल का वीडियो फीड,कोर्स की स्थिति व अटेंडेंस की जानकारी
- आईएसबीटी का बसों का डाटा एकत्रित करना
- पब्लिक बाइक शेयरिंग का डेटा फीड कराया जाना
- सिटी जीआईएस के माध्यम से स्कूल- कॉलेज,संपत्ति,ड्रेनेज की जानकारी
- फायर ब्रिगेड के वाहनों को इंटीग्रेटेड करना
- सीएम हैल्प लाइन नंबर को जोड़ना
कंट्रोल कमांड सेंटर जन सुविधाओं के लिए अपनी महती भूमिका निर्वहीत कर रहा है। इसमें जोड़ी जानेवाली अन्य सेवाओं को भी शीघ्र ही जोड़ने प्रयास किए जाएंगे। निधि सिंह राजपूत, सीईओ, स्मार्ट सिटी।