एक साल में जेलों के 6,938 कैदी साक्षर, 57 ने दिए पीजी के एग्जाम
भोपाल। प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है। पिछले एक साल के दौरान सर्व शिक्षा अभियान के तहत 6,938 कैदियों को साक्षर बनाया गया है। इसके अलावा अन्य बंदियों में से 300 ने यूजी, 57 ने पीजी, 463 ने प्राथमिक शिक्षा, 92 ने माध्यमिक शिक्षा, 243 ने उच्चतर माध्यमिक की परीक्षा दी है। ज्ञात हो कि निरक्षर बंदियों को साक्षर बनाने के लिए कक्षाएं चलाई जा रही हैं और पहले से शिक्षित बंदियों को आगे की पढ़ाई के लिए सहयोग दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा पिछले एक साल में विभिन्न कक्षाओं के 1,155 से अधिक बंदियों को पढ़ने की सुविधा उपलब्ध कराई गई। इनमें विभिन्न परीक्षाओं में 158 महिला बंदी शामिल हुर्इं। 10 महिला बंदियों ने कंप्यूटर की शिक्षा ली।
इग्नू भी करा रहा बंदियों को विभिन्न कोर्स में डिग्री
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विवि (इग्नू) की सहायता से बीते एक साल में प्रदेश की जेलों में बंद 846 बंदियों को विभिन्न कोर्सों की परीक्षाएं दिलाई गई। इग्नू द्वारा जेलों में बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर बैचलर डिग्री प्रोग्राम, सर्टिफिकेट इन रूरल डेवलपमेंट, सर्टिफिकेट इन फूड एंड न्यूट्रीशन, सर्टिफिकेट इन एचआईव्ही एंड फैमिली एजुकेशन, बीए, बीकॉम, एमए एवं एमबीए के कोर्स संचालित हैं। इसके लिए इग्नू की ओर से पाठ्यसामग्री और प्राध्यापक भी उपलब्ध कराए जाते हैं। हाल ही में दीक्षांत समारोह में 66 कैदियों को डिग्री प्रदान की गई है।
प्रदेश की जेलों की स्थिति
♦ जेलों की संख्या 132
♦ जेलों में बंदियों की आवास क्षमता 29,715 है, इनमें 48,857 बंदी रह रहे हैं।
♦ दंडित बंदी की संख्या 21,761, विचाराधीन, 26,877 एवं अन्य बंदी 219 हैं।
♦ पुरुष कैदी 48,857 और 1,911 महिला बंदी हैं।