शासकीय भूमि से 64 अतिक्रमण हटाए, 8 करोड़ रुपए की बेशकीमती जमीन कब्जे से करवाई मुक्त
इंदौर। जिले में शासकीय भूमि पर अवैध निर्माण कर उस पर कब्जा करने तथा अवैध रूप से शासकीय जमीन बेचने वालों के विरुद्ध कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर जिला प्रशासन के अमले द्वारा बड़ी कार्यवाही की जा रही है। इसी के तहत मंगलवार को जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा शासकीय भूमि पर अवैध रूप से किए गए 64 अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए। इस कार्यवाही में 8 करोड़ 65 लाख रुपए मूल्य की बेशकीमती शासकीय जमीन अतिक्रमण मुक्त कराई गई। एसडीएम ओमनारायण बड़कुल ने बताया कि नूरानी कॉलोनी, खिजरा पार्क तथा एयरपोर्ट की दीवार के पास लक्ष्मी नगर में शासकीय जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई।
इस क्षेत्र में शासकीय सेवा भूमि, सड़क की भूमि और नजूल भूमि को भूमाफियाओं द्वारा बेच दिया गया था, जिस पर अतिक्रमण कर बनाए गए मकान, दुकान, फैक्ट्रियों के अवैध निर्माण को तोड़ा गया। एसडीएम बड़कुल ने बताया कि ग्राम बांक में खसरा नम्बर-44 मद सेवा भूमि (शासकीय) में बने कच्चे टीन शेड के 18 मकान को तोड़कर ग्राम बांक की सेवा भूमि रकबा 0.253 हेक्टयर भूमि जिसकी कीमत (बाजार मुल्य) 1 करोड़ 70 लाख रुपए के लगभग है। ग्राम सिरपुर में खसरा नम्बर 96/1 रकबा 2.673 हेक्टेयर पर बने नवीन व निर्माणाधीन अवैध मकान, गोदामनुमा, टीनशेड की बाजार मूल्य लगभग चार करोड़ 80 लाख रुपए है। इसी प्रकार सर्वे नम्बर 101 शासकीय भूमि पर अवैध 11 पक्के गोडाउन व टीन शेड व्यवसायिक स्तर की छोटी फैक्ट्री बने हुए थे, जिन्हें तोड़ा गया। शासकीय रास्ते की भूमि को भी अतिक्रमण से मुक्त कराया गया।
सौंफ में मिलावट करने वाली फैक्ट्री तोड़ी
अखाद्य रंग मिलाकर असुरक्षित सौंफ बनाने वाले व्यापारी की फैक्ट्री को जिला प्रशासन की टीम ने मंगलवार को ध्वस्त कर दिया। कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशन में राऊ एसडीएम, तहसीलदार एवं पंचायत द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए अखाद्य रंग मिलाकर सौंफ बनाने वाली नावदापंथ, धार रोड स्थित फर्म अरिहंत ट्रेडर्स, प्रोपराइटर कमल बाफना के अवैध निर्माण सौंफ फैक्ट्री को ध्वस्त किया गया। उल्लेखनीय कि पिछले दिनों उक्त व्यापारी के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी।