भारत में फ्रॉड के 57% मामले सोशल मीडिया मंचों से जुड़े

भारत में फ्रॉड के 57% मामले सोशल मीडिया मंचों से जुड़े

नई दिल्ली। पीडब्ल्यूसी इंडिया ने एक रिपोर्ट में कहा कि भारत में धोखाधड़ी के सभी मामलों में से आधे से अधिक मंच- आधारित धोखाधड़ी के थे। यह आर्थिक अपराध का एक नया रूप है जिसमें सोशल मीडिया, ई- कॉमर्स, उद्यम और वित्तीय- प्रौद्योगिकी मंचों से जुड़ी धोखाधड़ी शामिल हैं। पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट के दूसरे संस्करण में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी आने के बाद से मंचों से जुड़ी धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ गई हैं।

26% कंपनियों को 10 लाख डॉलर का नुकसान

यह रिपोर्ट कहती है, दμतर के बजाय घर से काम करने, ई-कॉमर्स मंचों से खरीदारी, आपूर्ति करने वाले ऐप और संपर्क-रहित भुगतान में आए उछाल ने इस प्रकार की धोखाधड़ी को बढ़ाने में योगदान दिया है। भारत में सभी धोखाधड़ी की घटनाओं में से 57 प्रतिशत मंचों से संबंधित धोखाधड़ी थीं। 26 प्रतिशत से अधिक भारतीय कंपनियों को मंच- आधारित धोखाधड़ी के कारण 10 लाख डॉलर से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा और 44 प्रतिशत साजिशकर्ता वित्तीय लाभ के लिए धोखाधड़ी में लिप्त पाए गए। रिपोर्ट विभिन्न उद्योगों जैसे प्रौद्योगिकी, वित्तीय सेवाओं, बैंकिंग और पूंजी बाजार, उपभोक्ता उत्पादों और खुदरा, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा से जुड़े 111 संगठनों के सर्वेक्षण पर आधारित है। पीडब्ल्यूसी इंडिया के साझेदार एवं फॉरेंसिक सेवा प्रमुख पुनीत गारखेल ने कहा कि भारतीय उपभोक्ता और संगठन पिछले कुछ वर्षों में तेजी से नए प्लेटफॉर्म अपना रहे हैं।