जिले के 55 हजार किसानों ने गेहूं के लिए कराया पंजीयन, गत वर्ष से 4 हजार बढ़े
जबलपुर। कलेक्टर दीपक सक्सेना के लगातार किसानों से संपर्क के बाद जिले में गेहूं उपार्जन के लिए अंतिम दिन तक 55 हजार किसानों ने पंजीयन करा लिया है। इस तरह गत वर्ष से 4 हजार किसान ज्यादा बढ़े हैं। हालांकि धान के उपार्जन के बाद भुगतान में विलंब से किसानों में नाराजगी देखी जा रही र्थी। अब 29 मार्च से गेहूं की खरीदी शुरू कर दी जाएगी। इस संबंध में कलेक्टर ने कहा कि रबी विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर गेहू उपार्जन का कार्य 29 मार्च से प्रांरभ होना है। उन्होंने उपार्जन कार्य से जुड़े समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हिदायत दी, कि शासन के निदेर्शों के अनुरूप समर्थन मूल्य पर एफएक्?यू गुणवत्ता का गेहू ही क्रय किया जाये।
यदि किसी सर्वेयर द्वारा अमानक गुणवत्ता का गेहू मान्य किया जाना पाया जाता है तो उक्त गेहूँ के अपग्रेडेशन का व्यय एवं शासन को हुई अन्य क्षति की राशि सर्वेयर से वसूल की जायेगी। इसके साथ ही समिति प्रबंधको एवं खरीदी केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वे उपार्जन नीति के अनुरूप क्रय स्कन्ध की बोरियों में उपार्जन केन्द्र तथा कृषक कोड के टैग अनिवार्य रूप से लगायें। यदि खरीदी कार्य से जुड़े किसी कर्मचारी-अधिकारी द्वारा उपार्जन कार्य में कोई गड़बड़ी करना पाई जायेगी तो उसके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही होगी।
बिना स्लॉट के खरीदी नहीं
जिला विपणन एवं जिला प्रबंधक, मप्र वेयरहाउसिंग कॉपरिशन लि. तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक यह सुनिश्चित करें कि खरीदी केन्द्र में स्लॉट बुक के उपरान्त पंजीकृत कृषको द्वारा उपार्जन केन्द्र में लाया जाने वाला गेहूँ यदि अपग्रेडेशन योग्य है तो उसमें पंखा एवं छन्ना लगाने की व्यवस्था की जाये। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि अपग्रेडेशन कार्य में होने वाले व्यय की राशि में एकरूपता हो।
किसानों को दी समझाईश
किसान अपने गेहूं को साफ-सुथरा ही लायें या स्वयं के खर्चे से किसान ग्रेडिंग मशीन से छन्ना लगाकर साफ करायें, क्योंकि साफ गेहूं ही खरीदा जायेगा। बिना स्लॉट बुकिंग के यदि कोई किसान गेहूं विक्रय के लिये आता है तो उसका पंजीयन निरस्त कर दिया जायेगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि उपार्जन के लिये दिये गये आवश्यक निदेर्शों का बैनर उपार्जन केन्द्रों पर लगायें।