सप्लीमेंट्री की परीक्षा में 5134 छात्र फेल, सेकंड ईयर में नहीं मिलेगा प्रवेश
ग्वालियर। जीवाजी विवि ने बीए, बीएससी, बीकॉम फर्स्ट ईयर की सप्लीमेंट्री परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। परीक्षा (रेगुलर और प्राइवेट) में 12686 छात्र शामिल हुए थे, जिसमें 7352 पास हुए और 5134 छात्र फेल हो गए हैं। इन छात्रों को पास होने के लिए एक चांस और मिलेगा, लेकिन छात्रों को सेकंड ईयर में प्रवेश नहीं मिल सकेगा। उच्च शिक्षा विभाग ऐसे छात्रों को लेकर सेकंड ईयर में प्रवेश देने को लेकर विचार कर रहा है।
पीजी थर्ड सेम की 21 परीक्षाओं के रिजल्ट जारी
विवि प्रशासन ने एमए, एमकॉम, एमएससी थर्ड सेम में रेगुलर, प्राइवेट और एटीकेटी के रिजल्ट जारी कर दिए हैं। एमए हिंदी, इतिहास, एमएससी केमेस्ट्री में कई छात्र पास हुए हैं। इनके अलावा बीएड पार्ट टाइम थर्ड सेम, बेचलर एंड मास्टर ऑफ एजुकेशन के रिजल्ट जारी कर दिए हैं।
प्राइवेट कॉलेजों को सेंटर बनाने पर आपत्ति, बदले जाएं
विवि की कार्यपरिषद सदस्य डॉ. संगीता कटारे ने 5 अप्रैल से शुरू हो रही स्रातक फर्स्ट ईयर की परीक्षा में प्राइवेट कॉलेजों को सेंटर बनाए जाने को लेकर कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी और कुलसचिव डॉ. आरके बघेल को पत्र लिखकर आपत्ति दर्ज कराई है। ईसी मेंबर ने कहा है परीक्षाओं में निजी कॉलेजों को सेंटर नहीं बनाने को लेकर 23 मार्च को मना किया था, लेकिन इसके बाद भी यू जी थर्ड ईयर की परीक्षा में नकल को बढ़ावा देने के लिए भिंड, मुरैना में प्राइवेट कॉलेजों को सेंटर बना दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह परीक्षाओं में नकल पर रोक लगाने के लिए प्रयासरत हैं।
ईसी मेंबर ने कहा है कि परीक्षा 5 अप्रैल से हैं, इसलिए सेंटर सूची जानबूझकर 2 अप्रैल को विवि की वेबसाइट पर अपलोड की गई, ताकि फेरबदल की गुंजाइश नहीं रहे। ईसी मेंबर ने कहा कि मुरैना में सरकारी कॉलेज, पॉलीटेक्निक कॉलेज, आईटीआई कॉलेज हैं मगर इसके बाद भी प्राइवेट कॉलेजों के सेंटर एक-दूसरे के यहां बना दिए गए हैं। बालाजी कॉलेज गोपालपुरा मुरैना की परीक्षा 40 किमी दूर एएस डिग्री कॉलेज कैलारस में कराई जा रही है। ईसी मेंबर ने पत्र की प्रति राज्यपाल और मुख्यमंत्री को भी भेजी है। परीक्षा नियंत्रक का कहना है कि परीक्षाओं में जिस प्रकार सेंटर बनते आए हैं, थर्ड ईयर की परीक्षा में वैसे ही बने हैं।
नकल की पुष्टि होने पर बदला जाएगा सेंटर
स्नातक थर्ड ईयर की परीक्षा में नकल नहीं हो, इसके लिए विवि के उड़नदस्ते परीक्षा केंद्रों पर औचक पहुंचेंगे साथ ही जिले के सरकारी कॉलेजों के प्रोफेसरों की मदद ली जाएगी। परीक्षा के दौरान किसी सेंटर पर नकल की पुष्टि होती है तो परीक्षा केंद्र बदला जाएगा साथ ही केंद्र पर जिन कॉलेजों के छात्रों की परीक्षा हो रही है, उनकी कॉपियों का मूल्यांकन अलग से कराया जाएगा। -प्रो. अविनाश तिवारी, कुलपति जेयू
स्रातक फर्स्ट ईयर की सप्लीमेंट्री परीक्षा में जिन छात्रों की सप्लीमेंट्री आई है, उन्हें पास होने के लिए एक और मौका मिलेगा। -डॉ. एके शर्मा,परीक्षा नियंत्रक जेयू