4254 शिक्षक, 3270 ने किया आवेदन, 202 के बिल हुए पास

4254 शिक्षक, 3270 ने किया आवेदन, 202 के बिल हुए पास

जबलपुर। जिलेभर के 4 हजार 254 प्राथमिक स्कूलों में बच्चों की बेहतर व ऑनलाइन पढ़ाई के लिए शासन ने शिक्षकोें को खुद के जेब से 10 हजार या उससे ज्यादा की राशि का टैबलेट खरीदने के आदेश बीते दिनों दिया है। लेकिन अब जब शिक्षकों ने टैबलेट खरीद लिया है तो उसका बिल पास कराने के लिए बीआरसी दफ्तर के चक्कर काटने मजबूर है। दरअसल, बीते दिनों टैबलेट का बिल पास कराने के लिए दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें 3270 प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों ने बिल पास करने आवेदन दिया था, लेकिन अभी तक महज 202 बिल ही बीआरसी द्वारा पास किया गया है।

गौरतलब है कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में स्मार्ट वर्किंग को प्रोत्साहित करने के लिए प्राथमिक में पढ़ाने के लिए टैबलेट खरीदे जा रहे हैं। शिक्षकों की पहली आपत्ति तो यही है कि टैबलेट के लिए सरकार सिर्फ 10 हजार रुपए दे रही है। इतनी राशि में अच्छी कंपनी या गुणवत्ता का टैबलेट नहीं खरीदा जा सकता है। शिक्षकों के अनुसार विषय वस्तुओं को डिजिटल पोर्टल पर प्राप्त कर बच्चों को दिखाने, ऑनलाइन टीचिंग आदि के लिए प्रत्येक शिक्षक को 10 हजार का टैबलेट खरीदना है।

4 साल बाद टैबलेट का मूल्य हो जाएगा शून्य

अधिकारियों के मुताबिक टैबलेट का मूल्य चार साल बाद शून्य हो जाएगा। शिक्षकों को चार तक टैबलेट संभालकर रखना होगा। इस दौरान यदि टैबलेट खराब या चोरी होता है तो उसकी भरपाई शिक्षकों को अपनी जेब से करना होगा। ज्ञात हो कि सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे कक्षा एक से पांच के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए प्रदेश के 1 लाख 91 हजार 426 शिक्षकों को टैबलेट खरीदना हैं पर इसके लिए उन्हें अग्रिम राशि नहीं दी जाएगी।

फैक्ट फाइल

कुल शिक्षक                    4254

आवेदन बीआरसी द्वारा      3270 

स्वीकृत आवेदन                202

टैबलेट बिल भुगतान के दस्तावेजों में यदि कोई कमी आती है तो बीआरसी को तुरंत निराकरण करने संबंधी निर्देश दिया जा चुका है। -डॉ. आरके स्वर्णकार, जेडी, शिक्षा विभाग