भाजपा, कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों के 400 प्रत्याशी घोषित, इनमें पूर्व IAS एक भी नहीं
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस सहित अन्य आधा दर्जन पार्टियों ने अब तक चार सौ से अधिक प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, लेकिन इनमें ब्यूरोक्रेट्स से एक भी पूर्व आईएएस को कहीं से मौका नहीं मिला है। यहां तक कि सरकारी और सामाजिक व्यवस्था में सुधार लाने के उद्देश्य से अलग राजनीतिक पार्टी बनाने वाले पूर्व आईएएस खुद चुनाव मैदान में नहीं आए हैं। पिछले दो साल में एक दर्जन से अधिक पूर्व आईएएस भाजपा में शामिल हुए । कुछ आईएएस और आईएफएस कांग्रेस में आए । भाजपा के 136 और कांग्रेस के 144 प्रत्याशियों में एक भी पूर्व आईएएस नहीं है। बसपा ने करीब 80, सपा ने एक दर्जन से अधिक, आप ने 50 से ज्यादा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 15 उम्मीदवार बनाए हैं। हालांकि भाजपा ने पांढुर्णा से पूर्व जिला न्यायाधीश प्रकाश उइके को अपना प्रत्याशी बनाया है।
सालभर पहले बनी वास्तविक भारत पार्टी ने भी साधी चुप्पी
पूर्व आईएएस वरदमूर्ति मिश्रा ने वीआरएस लेकर वास्तविक भारत पार्टी (वाभापा) बनाई। उन्होंने प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में चुनाव लड़ने का ऐलान किया। पार्टी ने अब तक एक भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं उतारा है। अध्यक्ष की भी दावेदारी सामने नहीं आई है। कुल मिलाकर पार्टी ने अभी तक चुप्पी साधी हुई है।
मैं कहीं बैठा हूं: वरदमूर्ति संपर्क होने पर कहते हैं-मैं कहीं बैठा हूं, बाद में कॉल करता हूं।
सरकार के खिलाफ पूर्व आईएएस की न्याय यात्रा
पूर्व आईएएस सभाजीत यादव सरकार के खिलाफ न्याय यात्रा निकाल रहे हैं। उनका पूरा फोकस राघौगढ़, सिंरोज है। यहां से अपनी पत्नी और बेटे को चुनाव लड़ाने की तैयारी में हैं। पन्ना, भिंड, अशोकनगर और छतरपुर में यात्रा हो चुकी है।
मैं किसी पार्टी के पास नहीं गया: टिकट के लिए मैं किसी पार्टी के पास नहीं गया। जो पूर्व आईएएस दलों में शामिल हुए हैं, उनके पास बताने के लिए कुछ नहीं है।
पूर्व आईएएस की सपाक्स मांग रही पार्टी के लिए चंदा
पांच साल पहले पूर्व आईएएस डॉ.हीरालाल त्रिवेदी ने सपाक्स पार्टी बनाई। सरकार की जाति आधारित काम करने के खिलाफ खड़ी हुई पार्टी ने पिछले चुनाव में कई प्रत्याशी खड़े किए लेकिन कोई भी अपनी जमानत नहीं बचा पाया। अब तक एक भी प्रत्याशी घोषित नहीं हुआ। डॉ. त्रिवेदी पार्टी के लिए आर्थिक सहयोग मांग रहे हैं।
मेरा अभी तय नहीं: मेरा चुनाव लड़ना अभी तय नहीं है, चंदे के लिए अपील की है। लिमिट में प्रत्याशी खड़े करेंगे।
टिकट नहीं मिला, पर पार्टी के लिए काम करेंगे
भाजपा में शामिल होने के बाद जबलपुर दक्षिण से टिकट मांगा था नहीं मिला, पर । राजनीति एक यात्रा है, पड़ाव नहीं। पार्टी में हूं, चुनाव लड़ना अंतिम काम नहीं। वेदप्रकाश, पूर्व आईएएस एवं भाजपा नेता
हम किंगमेकर हैं, टिकट मिलता तो चुनाव लड़ते
टिकट मिलता तो चुनाव लड़ते। लेकिन, हमें कोई रंज नहीं। हम सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। एक तरह से हम किंग मेकर हैं। वीके बाथम, पूर्व आईएएस एवं कांग्रेस नेता