अडाणी मामले से बचने के लिए 4 मंत्री मुझ पर लगा रहे आरोप
नई दिल्ली। ब्रिटेन यात्रा से लौटने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार को संसद पहुंचे। यहां उन्होंने लोकसभा की कार्यवाही में भाग लिया। हालांकि, भाजपा और विपक्ष के बीच टकराव के चलते सदन की कार्यवाही सिर्फ 2 मिनट बाद ही स्थगित हो गई। बाद में राहुल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सरकार के चार मंत्रियों ने मुझ पर आरोप लगाया और हंगामे का नेतृत्व किया। यह सब गौतम अडाणी पर मेरे सवालों के जवाब देने से बचने के लिए किया जा रहा है। मैं सांसद हूं तो मेरी पहली जिम्मेदारी संसद में जवाब देने की है। इसलिए पहले मैं संसद में जवाब दूंगा, उसके बाद ही विस्तार से बात करूंगा। सरकार और प्रधानमंत्री डरे हुए हैं: राहुल गांधी ने कहा कि सरकार और प्रधानमंत्री अडाणी मामले को लेकर डरे हुए हैं, इसलिए उन्होंने यह तमाशा तैयार किया है। मुझे लगता है कि मुझे संसद में बोलने नहीं दिया जाएगा। मुख्य सवाल यह है कि पीएम मोदी और अडाणी के बीच क्या संबंध है?
भाजपा ने कहा- राहुल गांधी माफी मांगें
इधर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लंदन में दिए अपने बयानों के लिए पहले सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विदेशी धरती से भारतीय लोकतंत्र व संसद को गाली देने के बाद स्वदेश लौटे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के मुंह से अपनी टिप्पणियों के लिए खेद स्वरूप एक भी शब्द न निकलना उनके अहंकार को दर्शाता है।
राहुल विदेश में करते हैं पीएम की आलोचना: शिवराज
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट करते हुए कहा कि राहुल बाबा देश में तो रोते ही हैं, अब विदेशों में जाकर भी रोते हैं। विदेशों में जाकर पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हैं। कांग्रेस के लोग कहते हैं मोदी तेरी कब्र खुदेगी, जबकि देश और कर्नाटक कह रहा है-मोदी तेरा कमल खिलेगा। राहुल अपरिपक्व हैं। उन्हें और कांग्रेस को शर्म आना चाहिए।