फ्रेडी है कूनो में जन्मे 4 चीता शावकों का पिता मां सियाया कर रही देखभाल

फ्रेडी है कूनो में जन्मे 4 चीता शावकों का पिता मां सियाया कर रही देखभाल

श्योपुर। नामीबिया से आए आठ चीतों में से सियाया ने 24 मार्च को चार शावकों को जन्म दिया। हालांकि इसकी खबर बुधवार 29 मार्च को सामने आई। अब जानकारी मिली है कि इन शावकों का पिता चीता फ्रेडी है। 24 मार्च को शावक की जन्मतिथि के आधार पर, यह निर्धारित किया गया था कि सियाया लगभग 90-93 दिन पहले दिसंबर में किसी समय गर्भवती हुई थी। फ्रेडी को 25 दिसंबर को सियाया के साथ देखा गया था। यह दर्शाता है कि फ्रेडी ही शावकों का पिता है। परियोजना से जुड़े एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मां चीता शावकों की देखभाल कर रही है और उनकी भलाई सुनिश्चित करने के लिए टीम उनकी निगरानी कर रही है। डेढ़ साल के होने के बाद ही शावक स्वतंत्र रूप से घूम सकेंगे। इन चार चीता शावकों के जन्म से कूनो में बड़े-बच्चे मिलाकर चीतों की संख्या 23 हो गई है।

चौथे दिन सुमेड़ बैचाई के पास जंगल में घूमता दिखा ओबान

चीते ओबान को कूनो नेशनल पार्क से भागे चार दिन हो गए हैं। इसने बुधवार सुबह चिंकारा का शिकार किया। वन विभाग के अनुसार, चीता की लोकेशन शिवपुरी के जंगल से सटे पोहरी इलाके के सुमेड़-बैचाई गांव से कुछ ही दूरी पर है। ज्ञात हो कि ओबान कूनो नेशनल पार्क से निकलकर पिछले रविवार को झार-बड़ौदा गांव के पास खेतों में देखा गया था। शाम होते-होते वह जंगल लौट गया और सोमवार को फिर बड़ौदा गांव के पास क्वारी नदी के एरिया में देखा गया था। मंगलवार को उसकी लोकेशन अगरा इलाके के नहाड़ शिलपुरा के पास थी। वन विभाग चीता को वापस कूनो पहुंचाने की कोशिशों में जुटा है।

तीन दिन से भूखा था चीता ओबान

ओबान ने रविवार से मंगलवार की रात तक किसी वन्य जीव का शिकार नहीं किया था। मंगलवार को उसके तीन दिन से भूखे होने की बात सामने आई। अब चिंकारा का शिकार करना वन अमले के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि उसकी सेहत का ख्याल रखना उनकी जिम्मेदारी है। अपने दम पर शिकार कर ओबान ने साबित कर दिया कि वह किसी भी परिवेश में रह सकता है।

शनिवार-रविवार की रात किया गाय का शिकार

ओबान ने इसके पहले शनिवाररविवार की रात झार-बड़ौदा गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर खेतों के पास एक गाय का शिकार किया था। गाय का शव इलाके के ग्रामीणों ने देखा। इसके बाद चीता ओबान आगे बढ़ता गया और बुधवार को पोहरी इलाके में पहुंच गया।