भोपाल में सामान्य से 27% कम बारिश, भिंड में 54 फीसदी ज्यादा

भोपाल में सामान्य से 27% कम बारिश, भिंड में 54 फीसदी ज्यादा

भोपाल। राजधानी सहित प्रदेश में दो हμते ब्रेक लेने के बाद मानसून फिर एक्टिव हो गया है। लगभग सभी जिलों में बारिश का सिलसिला जारी है। राजधानी में कभी धीमी तो कभी तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, 1 जून से 19 अगस्त तक मध्य प्रदेश में 663.7 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक 620.3 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 7 फीसदी कम कम है। यही हाल राजधानी भोपाल का है। यहां अब तक 666.2 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक 488.6 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 27 फीसदी कम है। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अगले दो दिन और बारिश की उम्मीद है। अगस्त माह में महज 12 दिन बचे हैं और इस बीच तेज बारिश नहीं हुई तो कोटा भी पूरा नहीं होगा। मौसम विभाग के वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में लो प्रेशर एरिया डेवलप हुआ है। इससे पूर्वी हवाएं मध्यप्रदेश में एक्टिव हैं। यह सिस्टम छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ेगा। इस वजह से मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से उज्जैन, इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और चंबल संभाग में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।

36 जिलों में सामान्य से कम बारिश, 16 में सामान्य से ज्यादा:

प्रदेश में भोपाल सहित 36 जिलों में सामान्य से कम और 16 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। सबसे प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश भिंड में हुई। यहां औसत बारिश 425.1 मिमी होनी चाहिए थी, लेकिन 19 अगस्त तक यहां 653.5 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 54 फीसदी ज्यादा है। सबसे कम बारिश सतना में हुई। यहां नॉर्मल बारिश का आंकड़ा 664 मिमी है, जिसके मुकाबले अब तक 409.6 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 38 फीसदी कम है।

बड़ी झील को भरने के लिए चाहिए 2.6 फीट पानी

कम बारिश से राजधानी में बड़ी झील भी इस बार भर नहीं पाई है। पिछले साल इन्हीं दिनों में भदभदा के गेट दो बार खुल चुके थे। वर्तमान में बड़ी झील 2.6 फीट खाली है। वहीं कलियासोत को 9 और केरवा डैम को 6 फीट पानी की जरूरत है। भोपाल के पास कोलार डैम भी 14 फीट खाली है। कोलार के पानी से शहर की आधी आबादी की प्यास बुझती है। केरवा डैम में अब तक 1666.30 फीट पानी जमा है। इसका वॉटर लेवल 1673 फीट है। कलियासोत डैम में 1649.77 फीट पानी है। इसकी कुल जलभराव क्षमता 1659 फीट है।

सीजन में पहली बार खोले गए तवा डैम के 5 गेट

  • तवा डैम के 5 गेट 5 फीट तक खोल कर 42430 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। 
  • बरगी बांध 92 फीसदी भरा हुआ है। दो गेट खोले गए हैं। सीजन में तीसरी बार गेट खुले हैं। 
  • कोलार डैम में 1502.23 फीट पानी जमा हो गया है। इसका वाटर लेवल 1516.40 फीट है।

बड़े शहरों में बारिश का हाल

                           इंदौर
             बारिश होनी चाहिए            588.9
             बारिश हुई                           705.6

  •  सामान्य से 20 फीसदी ज्यादा
             जबलपुर
    बारिश होनी चाहिए          793.4
    बारिश हुई                         869.1
  •  सामान्य से 10 फीसदी ज्यादा
              ग्वालियर
    बारिश होनी चाहिए          488.6
    बारिश हुई                         391.1
  •  सामान्य से 20 फीसदी कम
                  (उज्जैन)
    बारिश होनी चाहिए           615..2
    बारिश हुई                           561.5
  •  सामान्य से 9 फीसदी कम
    (मौसम विभाग, भोपाल से प्राप्त आंकड़े)