देश में 27 दिन में ढाई हजार से 10 हजार हुए एक्टिव केस
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना का भारत में एकबार फिर से खौफ बढ़ने लगा है। पिछले कई दिनों से देश में कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। इससे पहले देश में कोरोना धीरे-धीर दम तोड़ता नजर आ रहा था, लेकिन मौसम में बदलाव के बीच एकबार फिर से कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। कोरोना मामलों में बढ़ोतरी पिछले 7 हμतों से लगातार बढ़ रही है। 1 मार्च को जहां देश में कोरोना के एक्टिव केस 2439 थे, वह 27 दिन में बढ़कर 10 हजार के पार हो गए हैं। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 1805 नए केस समाने आए हैं। इस दौरान कोरोना से 6 मरीजों की मौत हो गई। इस दौरान कोरोना संक्रमण की वजह से 6 लोगों की मौत की खबर है। बीते 24 घंटे में चंडीगढ़, गुजरात, हिमाचल और यूपी में कोरोना से 1-1, जबकि केरल में दो मौतें हुई है। इससे पहले रविवार को 1890 नए मामले आए थे, जबकि इस दौरान 7 लोगों की मौत हुई थी। यानी कल के मुकाबले आज देश में कोरोना के 85 कम नए केस सामने आए हैं।
14 राज्यों के 29 जिलों में संक्रमण 10 फीसदी पार
इधर देश के 14 राज्यों के 29 जिलों में कोरोना संक्रमण की दर 10 फीसदी के पार चली गई है। वहीं, 59 जिलों में कोरोना की साप्ताहिक संक्रमण दर पांच से 10 फीसदी के बीच है। कई जिले ऐसे भी हैं, जहां बीते सप्ताह 40 फीसदी से भी अधिक नमूने पॉजिटिव मिले हैं। राज्यों के साथ जिला वार संक्रमण स्थिति साझा करते हुए सरकार की रिपोर्ट में बताया गया कि करीब 88 जिले चपेट में है। हालांकि, अभी भी 500 से ज्यादा जिलों में कोरोना का संक्रमण पांच फीसदी से नीचे है, जो कि वैश्विक मानकों के मुताबिक नियंत्रित स्थिति मानी जा सकती है।
आईसीएमआर ने मास्क पहनने की दी सलाह
बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते नई दिल्ली स्थित भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने संक्रमण प्रसार रोकने के लिए भीड़ में मास्क अनिवार्य करने की सलाह दी। वहीं आईसीएमआर ने बुजुर्गों और बीमार लोगों को भीड़ में न जाने की सलाह दी है। साथ ही घर में बीमार लोगों को सेल्फ क्वारेंटाइन होने का आग्रह किया है।
नए म्यूटेशन के दम पर बढ़ रहा कोरोना: डॉ. सौम्या
विश्व स्वास्थ्य संगठन की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि वायरस अपना स्वरूप बदल रहा है। मौजूदा समय में, कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं उसके पीछे वायरस का वह नया म्यूटेशन है, जिसकी पहचान अब तक 14 से भी अधिक देशों में हुई है। भारतीय अस्पतालों में अभी इसका असर दिखाई नहीं दे रहा है, लेकिन यह स्थिति कब तक बनी रहती है, इसके बारे में कहा नहीं जा सकता। यह वक्त संभलने का है, क्योंकि कोविड सतर्कता नियम का पालन करने से ही संक्रमण की चेन को रोका जा सकता है।