कांग्रेस-भाजपा के 21 विधायकों ने अपने विस क्षेत्रों को बनाया ‘अजेय’
भोपाल। भाजपा और कांग्रेस में ऐसे 21 विधायक हैं जो अपने विधानसभा क्षेत्रों में अजेय हैं। इसमें भाजपा के 18 और कांग्रेस के तीन विधायक हैं। ये सभी चार से सात वर्ष से लगातार रणभूमि में अपना परचम फहरा रहे हैं। प्रदेश में गोपाल भार्गव एकमात्र नेता हैं जो लगातार आठ बार से चुनाव जीतते आए हैं और इस चुनाव में नौवीं बार मैदान में हैं। वहीं जगदीश देवड़ा, करन सिंह वर्मा, विजय शाह अपनी सीटों पर लगातार सात बार से काबिज हैं। इनके किले को आज तक कोई भेद नहीं पाया है। जबकि कांग्रेस में इस तरह के एक मात्र नेता डॉ. गोविंद सिंह हैं जो सात बार विधायक चुने गए वहीं केपी सिंह 6 बार विधायक निर्वाचित हुए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा ऐसे 18 नेता हैं जो पिछले चार या उससे अधिक बार से लगातार चुनाव जीत रहे हैं। हालांकि इसमें तुलसी सिलावट और बिसाहू लाल सिंह वर्ष 2018 का चुनाव जीतने के बाद भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद उप चुनाव में भाजपा से फिर चुनाव जीते थे।
भाजपा: 21 प्रत्याशी पहली बार विधानसभा मैदान में
भाजपा ने पहली बार 21 प्रत्याशियों को उतारा है। इनमें प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, रीती पाठक सहित 6 ऐसे प्रत्याशी हैं, जो सांसद हैं। वहीं सबलगढ़ से सरला रावत, चाचौड़ा से प्रियंका रावत, अमरवाड़ा से मोनिका बट्टी सहित 11 ऐसे प्रत्याशी हैं जो पहली बार विस चुनाव लड़ेंगे ।
28 प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने का लंबा अनुभव
भाजपा के 28 प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने का लंबा अनुभव है। जबलपुर के अंचल सोनकर 8 लड़ चुके हैं, वे 6 बार जीते और दो बार हारे। ओम प्रकाश धुर्वे को 6 बार टिकट मिला पर चार बार जीते। वहीं रामपाल सिंह 7 बार चुनाव मैदान में उतरे। वे 6 बार जीते और एक बार हारे।
एक्सपर्ट कमेंट
विधानसभा में लगातार जीत की कई वजह है। इसकी मुख्य वजह तो यह है कि नेता निरंतर मतदाताओं से संपर्क-संबंध बनाकर रखते हैं। लोगों से उनके व्यक्तिगत संबंध होते हैं। विकास कार्यों पर ये नेता ज्यादा ध्यान देते हैं। क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहते हैं। इसकी एक वजह यह भी है कि इनके खिलाफ कोई मजबूत कैंडिडेट कभी चुनाव मैदान में नहीं उतरते हैं। -अजय बोकिल,वरिष्ठ पत्रकार
इनको हराना मुश्किल
गोपाल भार्गव भाजपा -8 बार जीते: सुबह-शाम जनता के बीच में उठना बैठना, क्षेत्र के विकास कार्यों पर फोकस।
जगदीश देवड़ा भाजपा- 7 बार जीते जनप्रिय नेता। विरोधियों से भी निरंतर संपर्क। क्षेत्र में निरंतर पकड़ बनाकर रखना।
विजय शाह- भाजपा- 7 बार जीते आदिवासियों के बड़े नेता। गांव-गांव तक पहुंच। सदैव क्षेत्र में सक्रिय रहना। जाति के लिए काम करना।
करण सिंह वर्मा - भाजपा, 7 बार जीते- सामाजिक कार्यक्रम में निरंतर भागीदारी। स्थानीय जनता में मजबूत पकड़।
डॉ. गोविंद सिंह - कांग्रेस, 7 बार जीते - क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर प्रयास। प्रत्येक कार्यकर्ता तक पहुंच। सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होते हैं।