2 विवेक पहुंचे हासे की बोर्ड परीक्षा देने एक को मिला प्रवेश, दूसरा हुआ वंचित
जबलपुर। रामपुर स्थित शासकीय हाई स्कूल में हायर सेकेण्डरी की परीक्षा पहले ही दिन चर्चाओं में आ गई। दरअसल यहां विवेक नाम के 2 छात्र प्रवेश पत्र लेकर एक ही रोल नंबर के साथ पहुंच गए। इससे परीक्षा केन्द्र में तैनात शिक्षक भी हैरत में आ गए। आनन-फानन में बोर्ड ऑफिस भोपाल में सूचना के बाद डेटा के आधार पर एक छात्र को परीक्षा में बैठने का मौका दिया गया। इसकी खबर जैसे ही जिला शिक्षा अधिकारी के पास पहुंची, वैसे ही मंडल भोपाल से संपर्क कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया। मंडल ने जानकारी प्राप्त होने के बाद एक छात्र का रोल नंबर कैसिंल करते हुए परीक्षा से वंचित कर दिया। जिले के 100 स्कूलों में परीक्षा आयोजित हुई। परीक्षा में पहले दिन 22159 परीक्षार्थी शामिल हुए, वहीं 964 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
परीक्षा नियंत्रक राजकुमार वधान के मुताबिक रामपुर केंद्र में प्राइवेट विद्यार्थियों के लिए केंद्र बनाया है। परीक्षा में विवेक नाम के दो अलग- अलग बालक प्रवेश पत्र लेकर परीक्षा देने पहुंचे थे। जिसमें एक जबलपुर का विवेक रहा तो दूसरा सिहोरा का। सिहोरा निवासी विवेक की जानकारी मंडल से मांगी गई तो उनके पास इससे संबंधित कोई डेटा नहीं मिल पाया है। इस कारण उसे परीक्षा से वंचित कर दिया गया।
22702 विद्यार्थियों ने भरा फार्म
डीईओ कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक जिले में हायर सेकेंडरी के कुल 22702 परीक्षार्थियों ने फार्म भरा है। जिसमें 2116 परीक्षार्थी स्वाध्यायी परीक्षार्थी की सूची में शामिल हैं। इनके लिए जिले में 5 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
पूरे एक माह चलेंगी परीक्षा
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं की परीक्षा का आगाज एक मार्च बुधवार से हो गया है। 10 वीं की परीक्षा 27 मार्च तक आयोजित की जाएंगी, जबकि एमपी बोर्ड कक्षा 12वीं की परीक्षाएं दो मार्च से एक अप्रैल, 2023 तक आयोजित की जाएंगी। गुरुवार को पहला पेपर हिन्दी का रहा। परीक्षा सुबह 9 बजे से शुरू होकर 12 बजे तक आयोजित हो रही है।
सप्लीमेंट्री कॉपी का प्रावधान नहीं
इस बार मंडल द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में हो रही गड़बड़ी को रोकने के लिए परीक्षा में विद्यार्थियों को अतिरिक्त उत्तर पुस्तिकाएं नहीं देने के निर्देश के साथ 20 पेज की उत्तर पुस्तिका में पेजों की संख्या को बढ़ा कर 32 कर दिया गया है। इतना ही नहीं उत्तर पुस्तिकाओं में किसी तरह का बदलाव और फेरबदल न हो पाए इसके लिए उत्तर पुस्तिका में बार कोड लगाया गया है।
रामपुर स्थित परीक्षा केंद्र पर दो विवेक नाम के छात्र बोर्ड परीक्षा का प्रवेश पत्र लेकर पहुंचे। इस दौरान सिहोरा निवासी विवेक की जानकारी भोपाल कार्यालय में नहीं प्राप्त हुई। जिसके बाद एक छात्र का रोल नंबर सही निकला जिसे परीक्षा में बैठने दिया गया, जबकि दूसरे छात्र को परीक्षा से वंचित रखा गया। -घनश्याम सोनी,जिला शिक्षा अधिकारी