रिटायर कर्मी के खातों में 12 साल आई डबल पेंशन

रिटायर कर्मी के खातों में 12 साल आई डबल पेंशन

जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल में एक बड़ा पेंशन घोटाला सामने आया है। एक रिटायर कर्मचारी के दो अलग-अलग बैंक खातों में पिछले 12 सालों से अलग- अलग पेंशन आती रही। इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब रिटायर कर्मचारी की मृत्यु होने पर उसकी पत्नी ने फैमिली पेंशन के लिए आवेदन दिया। माना जा रहा है कि इस मामले में एकाउंट विभाग के कुछ कर्मचारियों की गंभीर लापरवाही सामने आई है। रेल प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए हर्ष वर्मा जो पमरे मजदूर संघ के मंडल कोषाध्यक्ष भी हैं, को मामले में गंभीर कदाचरण का आरोपी मानते हुए मेजर पेनाल्टी चार्जशीट एसएफ5 दी है,उनके अलावा एक और कर्मचारी को चार्जशीट दी गई है।

2011 को रिटायर हुए थे सीएलआई

जबलपुर में अमर सिंह चीफ लोको इंस्पेक्टर सीएलआई के पद पर कार्यरत थे। वे 31 मार्च 2011 को सेवानिवृत्त हुए, जिसके पश्चात उनके सेंट्रल बैंक आफ इंडिया बिलहरी शाखा में पेंशन आती रही। अमरसिंह का स्टेंडिंग अप के भुगतान का मामला रेलवे के समक्ष लंबित था, जिस के भुगतान के लिए वे कोर्ट गये थे, जिसके पश्चात 2021 में उन्हें रेलवे ने एरियर्स का भुगतान भी किया। इसी दौरान अमर सिंह ने रेलवे में आवेदन देकर अपना पेंशन एकाउंट सेंट्रल बैंक आफ इंडिया सीबीआई बिलहरी शाखा से स्टेट बैंक आफ इंडिया मढ़ाताल ब्रांच में करने का आवेदन दिया। यहीं से सारे गोलमाल की पटकथा रची गई। रेल के जिम्मेदार विभाग कर्मिक व लेखा ने अमर सिंह के सीबीआई शाखा से पत्राचार किये और बैंक को बिना सूचित किये एसबीआई में पेंशन भुगतान के लिए दूसरा पीपीओ आर्डर 2 जून 2021 को जारी कर दिया। जिसमें पेंशन की देय तिथि 31 मार्च 2011 दर्शाई गई।

एसबीआई ने पेंशन का एरियर्स जारी किया

बताया जाता है कि रेलवे से अमरसिंह का पीपीओ मिलते ही उसमें दर्ज पेंशन देय तिथि 31 मार्च 2011 को मानते हुए एसबीआई ने 1 अप्रैल 2011 से नवम्बर 2021 तक का एरियर्स 46 लाख 8 हजार 508 रुपए का भुगतान कर दिया। यही नहीं दिसम्बर 2021 से लेकर फरवरी 2023 (अमरसिंह की मृत्यु तक) प्रतिमाह पेंशन जो लगभग 75 हजार रुपए प्रतिमाह होती है, वह भी भुगतान होता रहा। आश्चर्य की बात तो यह रही कि इस दौरान सेंट्रल बैंक आफ इंडिया बिलहरी शाखा में भी अप्रैल 2011 से फरवरी 2023 तक हर माह निर्धारित पेंशन अमरसिंह को प्राप्त होती रही। इस प्रकार अमर सिंह (अब स्वर्गीय) को लगभग 60 लाख रुपए का भुगतान किया गया।

यह मामला मार्च का है,संज्ञान में आने के बाद दो कर्मचारियों को चार्जशीट दी गई है। उच्चस्तरीय जांच करवाई जा रही है। राहुल श्रीवास्तव,सीपीआरओ,पमरे जोन,जबलपुर