टाइगर की एक तस्वीर के लिए 11 साल इंतजार, बाघ के अंतिम संस्कार पर ली पगमार्क की फोटो
जंगल में फॉरेस्ट डिर्पाटमेंट के साथ काम करते हुए तो कभी वाइल्ड लाइफ डॉक्यूमेंट्री शूट के दौरान ऐसे लम्हें आते हैं जो कि कैमरे में अनोखी यादें कैप्चर कर लेते हैं। ये पल कभी भावुक होते हैं, तो कभी घबराहट के। कभी टाइगर की अंतिम विदाई के दृश्य होते हैं तो कभी उसके गुम होने के बाद मिल जाने के। वाइल्ड लाइफ या टाइगर फोटोग्राफी का जुनून भी कुछ ऐसा कि फोटोग्राफर्स एक खास तरह की तस्वीर के लिए सालों साल इंतजार करने तक को तैयार रहते हैं। ऐसे ही पलों को कुछ वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर्स ने अपने कैमरे में लिया है, जिनका कहना है कि यह तस्वीरें उनके दिल के सबसे ज्यादा करीब हैं क्योंकि इन्हें लेने के दौरन वे काफी भावुक पलों से गुजरे थे। इंटरनेशनल टाइगर डे के मौके पर उनमें से ही कुछ चुनिंदा तस्वीरें साझा कर रहे हैं, जिसमें बाघिन की विदाई के बाद के उसके आखिरी पगमार्क को भी कैप्चर किया गया था।
अलग-अलग टाइगर्स की 530 तस्वीरें
पेंच टाइटर रिजर्व का जो हिस्सा महाराष्ट्र की तरफ लगता है, वहां बोट कैंप एरिया में गैर-कानूनी ढंग से फिशिंग की जाती थी जिसकी वजह से वहां कभी भी जंगली जानवर दिखाई नहीं देते थे। मप्र और महाराष्ट्र के वन अलग विभाग के संयुक्त प्रयास से वहां इस काम पर रोक लगी। इस जगह पर जब नदी का पानी कम हो जाता था तब टापू उभर आते थे और फिर उन पर टाइगर आकर बैठते थे जो अद्भुत नजारा होता था लेकिन मुझे यह नजारा देखने का मौका नहीं मिला था। मैं लगातार 11 साल में हर साल 5 से 6 बार इस जगह पर जाता था, लेकिन बाघ नहीं दिखता था, लेकिन जिस दिन इस गैर-कानूनी फिशिंग पर रोक लगी उसके अगले ही हμते मुझे एक साथ दो टाइगर टापू पर मिले और मेरा ड्रीम फोटो बन गया। मेरे पास अलग टाइगर्स की लगभग 530 तस्वीरे हैं।
डिस्कवरी डॉक्यूमेंट्री शूट करने के दौरान भावुक पल
मैं पिछले साल डिस्कवरी चैनल के लिए पेंच टाइगर रिजर्व में डॉक्यूमेंट्री शूट कर रहा था और उसी दौरान कॉलर वाली के नाम से मशहूर टाइग्रेस का निधन हो गया। कॉलर वाली के नाम पर वर्ल्ड रिकॉर्ड था, क्योंकि उसने अपने 16 साल के जीवन में 9 बार शावकों को जन्म दिया जिनकी संख्या 29 थी। बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु है तो उसके अंतिम संस्कार के कुछ प्रोटोकॉल होते हैं। अधिकारियों ने उसके पंजों की छाप कागज पर ली तो मैंने उसके पगमार्क को कैमरे में कैप्चर किया था, यह बहुत भावुक पल था, क्योंकि सभी दुख में डूबे हुए थे। इस तरह के कई भावुक क्षण जंगल में फोटोग्राफी करते हुए आते हैं।