सरकार के भाग्यविधाता बनेंगे 1.64 करोड़ युवा, 22 लाख पहली बार करेंगे वोट
निर्वाचन आयोग ने किया मप्र में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन
भोपाल। 5.61 करोड़ से अधिक मतदाता मध्य प्रदेश की नई सरकार चुनेंगे। देखा जाए तो प्रदेश के 1.64 करोड़ से अधिक युवा मतदाता सरकार के भाग्यविधाता साबित होंगे। ये 18 से 29 साल के युवा मतदाताओं की संख्या हैं। इनमें 22 लाख से ज्यादा युवा पहली बार मतदान करेंगे। वर्ष 2018 की अपेक्षा इस बार 56 लाख से अधिक मतदाता बढ़ गए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के पहले मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया। प्रदेश में 2 अगस्त से 4 अक्टूबर के बीच में चलाए गए विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम में 24 लाख 33 हजार 965 मतदाताओं के नाम सूची में जोड़े गए और 7 लाख 50 हजार 175 के नाम हटाए गए। इस दौरान सूची में 16 लाख 83 हजार मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं। राजन ने बताया कि प्रदेश में 75 हजार 304 सेवा मतदाता हैं। इन्हें मिलाकर कुल मतदाता अब 5.61 करोड़ से ज्यादा हो गए हैं।
29 विधानसभाओं मेंपुरुषों से ज्यादा महिला मतदाता
निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मध्य प्रदेश के 29 विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां पुरुषों से अधिक महिला मतदाता है। बैहर, निवास, बिछिया, परसवाड़ा, कुक्षी, सैलाना, पानसेमल, आलीराजपुर, बालाघाट, मंडला, बदनावर, मनावर, सरदारपुर, वारासिवनी, रतलाम सिटी, कटंगी, पेटलावद, बरघाट, डिंडौरी, जोबट, झाबुआ, थांदला, पुष्पराजगढ़, छिंदवाड़ा, शाहपुरा, उज्जैन उत्तर, जावरा, इंदौर चार और सेंधवा।
64 हजार 523 मतदान केंद्रों पर होगा मतदान:
मतदान के लिए प्रदेश में 64 हजार 523 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 407 मतदान केंद्र सिवनी जिले के लखनादौन विस क्षेत्र और सबसे कम 193 इंदौर जिले की इंदौर-3
अब सूची से नहीं हटेगा नाम :
राजन ने बताया कि नाम जोड़ने की प्रक्रिया नॉमिनेशन की आखिरी तारीख से 10 दिन पहले तक जारी रहेगी। वहीं, मतदाता सूची से नाम हटाने के लिए आवेदन तो लिए जाएंगे, लेकिन चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद नाम हटाने की कार्रवाई नहीं की जाएगी।