नगर निगम की तैयारियां अधूरी, मानसून सक्रिय, हर साल की तरह भर रहा है पानी

जबलपुर । मानसून सक्रिय हो चुका है,नगर निगम के अधिकारियों की उदासीनता से न तो मानसून पूर्व की तैयारियां ही पूरी हो सकी हैं और न ही कॉलोनियों और बस्तियों में पानी भरने का क्रम खत्म हुआ है। नाले-नालियां साफ नहीं हुए हैं और शहर में रेम्पों की संख्या में नए निर्माणों के चलते बढ़ गई हैं। यहां तक कि नगर निगम और स्मार्ट सिटी के कई काम भी अधूरे पड़े हैं,जो जल प्लावन की वजह बन रहे हैं। शहर की यह त्रासदी ही है कि साल-दर-साल निकल रहे हैं मगर जल प्लावन जैसी मुसीबत से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। इसके पीछे अधिकारियों की इच्छा शक्ति का कम होना है। 3-4 साल पहले जिस तरह से शहर में रेम्प अलग करने और नाले-नालियों पर किए गए निर्माण सख्ती से हटाए गए थे,वह गायब है। जलप्लावन का मूल कारण भी यही है। दूसरा बड़ा कारण नाले और नालियों को पूरी तरह से साफ न किया जाना है।
जर्जर मकानों पर कार्रवाई नहीं
नगर निगम की सूची में 94 मकान जर्जर के रूप में दर्ज हैं। इनमें से 40 फीसदी तो इतने जर्जर हैं कि वे कभी भी गिर सकते हैं। वहीं शेष 60 फीसदी मकान भी जर्जर हैं मगर इनमें अभी भी लोग रह रहे हैं।छोटी लाइन फाटक,नर्मदा रोड,गढ़ा फाटक के सामने,शारदा चौक,छुई खदान आदि जगहों पर ऐसे मकान स्थित हैं जिन्हें खाली नहीं करवाया जा रहा है,अथवा तोड़ा नहीं जा रहा है। हर साल नगर निगम बारिश के पूर्व जर्जर मकानों पर कार्रवाई करता आया है मगर इस बार ऐसी कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई है।
ये हैं परेशानी की जड़ें
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